संजीव सिंह। चिरमिरी पोड़ी स्थित अधिवक्ता श्री देवेंद्र सिंह जिनका समाज के लिए निस्वार्थ समर्पण भाव ही उनके व्यक्तित्व की पहचान है, उन्होंने अपने घर परिवार को भी अच्छे संस्कारों में ढाला है उन्होंने अपने दोनों पुत्रवधुओं को जो कि शिक्षिका हैं हमेशा उनके कार्यों के लिए मार्गदर्शन एवं प्रोत्साहन दिया है। पुत्रवधू श्रीमती गीता सिंह जो डीएवी में लेक्चर है वही पुत्रवधू श्रीमती कंचन सिंह शासकीय पूर्व माध्यमिक शाला सरभोका में शिक्षिका पद पर कार्यरत है। रायगढ़ द्वारा आयोजित राज्य स्तरीय अक्षय शिक्षा प्रबोधक अलंकरण के लिए विकासखंड मनेन्द्रगढ़, जिला कोरिया से श्रीमती कंचन सिंह का चयन हुआ है। चयन के लिए विद्यार्थी के सर्वांगीण विकास शिक्षकों के लिए प्रेरणा सामाजिक सारोकार, विद्यालय में बेहतर वातावरण निर्माण स्वयं की दक्षता एवं क्षमता के विकास के लिए सदैव तत्पर हो संबंधित बिंदुओं को शामिल किया गया था। साक्षात्कार के उपरांत मेरिट लिस्ट द्वारा चयन प्रक्रिया संपन्न हुई कंचन सिंह ने अपने वक्तव्य में बताया कि उनके कार्यों द्वारा ग्रामीण अंचल के बच्चों के चेहरे में मुस्कुराहट आए हमेशा इसी प्रयास में कार्य किया है।किसी भी प्रकार का अभाव उनके विद्यार्थी जीवन पर प्रभाव ना डालें इसके लिए सकारात्मक रूप से सहयोग करती आई हैं।अपने शिक्षा के कार्य में नवाचार एवं विषय वस्तु को सरलता से बच्चों को सिखाने का प्रयास करती हैं इन्होंने विद्यालय समय के उपरांत अतिरिक्त कक्षाओं का संचालन कर बच्चों को विषय के प्रति रुचि बढ़ाया है। इसके साथ ही खेल, सांस्कृतिक, पर्यावरण, विज्ञान प्रदर्शनी, जैसे विधाओं में भी बच्चों को प्रेरित करती रहती है।
विषम परिस्थितियों में भी अपने कार्यों का बिना रुके संचालित करते हुए शिक्षा की गरिमा को बनाए रखा है इन्होंने सिद्ध कर दिया है कि शिक्षक सृजन करता है एवं जो निर्माण के लिए हमेशा अग्रसर होता है उन्होंने अपनी प्रेरणा श्रीमती गीता सिंह ,श्री राजीव सिंह को बताया जो कि उनके पारिवारिक सदस्य होने के साथ-साथ शिक्षक भी है जिन्होंने हमेशा सकारात्मक रूप से आगे बढ़ने की प्रेरणा दी हैं। साथ ही संकुल परिवार ,संकुल समन्वयक श्री राजकुमार वर्मा ,विद्यालय एवं ग्राम- परिवार का भी धन्यवाद दिया जिन्होंने प्रत्येक कार्य में पूर्ण सहयोग दिया।
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