भोपाल : सपाक्स की रैली को फेल करने में मध्य प्रदेश सरकार द्वारा किए जा रहे कुत्सित प्रयास।
रेल मंत्रालय द्वारा आज 29 सितम्बर और कल 30 सितम्बर को कई रेलगाड़ियों को रद्द या आंशिक रद्द या री-शिड्यूल किया गया है. सपाक्स द्वारा इसे कल 30 सितम्बर को आयोजित अपनी क्रांति सभा को असफल करने का सरकारी कुचक्र बताया जा रहा है.''
सर्वप्रथम 29 तारीख को तथा 30 तारीख को आज जबलपुर से आने वाली जनशताब्दी ट्रेन रद्द की गई तत्पश्चात आज 29 और 30 को आने वाली 17 पैसेंजर ट्रेनें रद्द कर दी गई इन ट्रेनों से समीपस्थ गांव के एवं शहरों के हजारों लोगों को सपाक्स की रैली में शामिल होने के लिए आना था सपाक्स समाज के समस्त कार्यकर्ता लोगों को जवाब देते देते परेशान हैं कि वह किस तरह से भोपाल पहुंचेगी।
साथ-साथ शासन द्वारा सपाक्स द्वारा लगाए गए विभिन्न बैनर पोस्टर भी निकलवाए गए एवं उसके ऊपर दूसरे बैनर पोस्टर लगवाए गए शासन द्वारा पूरा प्रयास किया जा रहा है कि सपाक्स की रैली फेल हो जाए लेकिन सपाक्स समाज के कर्ताधरताओं का कहना है कि हम झुकेंगे नहीं और अपनी ताकत को कम नहीं होने देंगे। सपाक्स का दावा है कि इस रैली में लाखों की संख्या में लोग एकत्र होंगे और अपने विरोध के स्वर को प्रकट करेंगे।
देखना हैं कि सरकार आगे और क्या क्या करती हैं पर सरकार के इस कदम से सपाक्स वर्ग में काफी आक्रोश हैं,
सपाक्स युवा के प्रांतीय अध्यक्ष का कहना हैं कि जितनी भीड़ सरकारी तंत्रों से PM के कार्यक्रम में मंगाई थी उससे ज्यादा कल हम इस घटना के बाद भी दिखा देंगे।
साथ-साथ शासन द्वारा सपाक्स द्वारा लगाए गए विभिन्न बैनर पोस्टर भी निकलवाए गए एवं उसके ऊपर दूसरे बैनर पोस्टर लगवाए गए शासन द्वारा पूरा प्रयास किया जा रहा है कि सपाक्स की रैली फेल हो जाए लेकिन सपाक्स समाज के कर्ताधरताओं का कहना है कि हम झुकेंगे नहीं और अपनी ताकत को कम नहीं होने देंगे। सपाक्स का दावा है कि इस रैली में लाखों की संख्या में लोग एकत्र होंगे और अपने विरोध के स्वर को प्रकट करेंगे।
देखना हैं कि सरकार आगे और क्या क्या करती हैं पर सरकार के इस कदम से सपाक्स वर्ग में काफी आक्रोश हैं,
सपाक्स युवा के प्रांतीय अध्यक्ष का कहना हैं कि जितनी भीड़ सरकारी तंत्रों से PM के कार्यक्रम में मंगाई थी उससे ज्यादा कल हम इस घटना के बाद भी दिखा देंगे।
पुलिस की विश्वसनीय सूत्रों से पता चला हैं कि सरकार को पुलिस ने 5 लाख सपाक्स सेना के पहुचने का अनुमान दिया था,जिससे घबराकर सरकार ने चुनावी माहौल में ओर कोई दूसरा उपाय ना देखकर 17 ट्रेनें रद्द करके भीड़ को कम करने का प्रयास कर रही हैं।
Muje lgta h ab waqt aa gya h aarkshan ko pure trike se khtm kiya jana chahye
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